
आज एक ऐसे मंत्री की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने करीब ढाई महीने पहले ही भ्रष्टाचार को लेकर जनता को कड़ा संदेश दिया था। उसके बाद आज ही मंत्री खुद भ्रष्टाचार के आरोप में सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। आज बात कर रहे हैं पंजाब में स्वास्थ्य मंत्री डॉ विजय सिंगला की। करीब ढाई महीने पहले हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी शानदार प्रदर्शन करते हुए सत्ता पर काबिज हुई। भगवंत मान को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया। मान ने अपने दोस्त डॉक्टर विजय सिंगला को स्वास्थ्य मिनिस्टर बनाया। स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान संभालते ही विजय सिंगला ने भ्रष्टाचार की कहानी लिखनी शुरू कर दी । आखिरकार वे चंगुल में फंस गए। ‘पैसे कमाने के लालच में डॉ विजय सिंगला ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। एक झटके में ही मंत्री पद छिन गया, पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब मुख्यमंत्री केजरीवाल आम आदमी पार्टी से भी इन्हें निकालने की तैयारी कर रहे हैं’। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ. विजय सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया है। सिंगला स्वास्थ्य विभाग में हर काम और टेंडर के बदले 1 प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भगवंत मान तक पहुंची थी। उन्होंने इसकी जांच कराई। अफसरों से पूछताछ की, फिर मंत्री सिंगला को तलब किया गया। मंत्री ने गलती मान ली, इसके बाद उन्हें बर्खास्त किया गया। इसके बाद मंत्री के खिलाफ केस दर्ज कर पंजाब पुलिस ने सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है। पंजाब आप के प्रवक्ता मालविंदर कंग ने कहा कि दागी लोगों की आम आदमी पार्टी में कोई जगह नहीं है। विजय सिंगला पर अधिकारियों से ठेके पर एक फीसदी कमीशन की मांग करने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायतें आ रही थीं। विजय सिंगला के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप को लेकर पुख्ता सबूत मिलने के बाद सीएम भगवंत मान ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। सीएम मान ने विजय सिंगला को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का एलान करते हुए पंजाब पुलिस को भी सिंगला के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर सीएम भगवंत मान के सिंगला को मंत्री पद से बर्खास्त करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सराहना की है। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है।