यहां देखें वीडियो 👇
गुजरात की सूरत कोर्ट ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को मोदी सरनेम पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में 2 साल की सजा सुनाई। हालांकि कुछ देर बाद ही कोर्ट ने राहुल गांधी को जमानत दी दे दी थी। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली में बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस ने शुक्रवार 24 मार्च को दिल्ली समेत तमाम राज्यों में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। बता दें कि राजधानी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के नेताओं के साथ अपने आवास पर गुरुवार शाम को बैठक की । कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ”शुक्रवार को सुबह 11.30 बजे से 12 बजे के बीच विजय चौक हमलोग जाएंगे। हमने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। सुबह 10 बजे विपक्षी दलों की बैठक होगी।
शाम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगे। सोमवार को दिल्ली में और अलग राज्य में पार्टी प्रर्दशन करेगी। सूरत की एक अदालत ने ‘‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें गुरुवार को दो साल कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने, हालांकि गांधी को जमानत भी दे दी और उनकी सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता फैसले को चुनौती दे सकें।

सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद, राहुल गांधी ने ट्विटर पर महात्मा गांधी का एक कोट शेयर किया कि मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा ईश्वर है, अहिंसा इसे प्राप्त करने का साधन है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “आज पूरा तंत्र, सारे संसाधन और खुद PM मोदी एक अकेले इंसान को चुप कराने में लगे हैं। लेकिन जिन्हें चुप करवाने की कोशिश की जा रही है, उनका नाम राहुल गांधी है और गांधी डरते नहीं।” वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा, “वो सत्य की लड़ाई शिद्दत और पुरजोर तरीके से लड़ेंगे। राहुल गांधी सरकार से कठिन सवाल पूछ रहे हैं। उनके सवालों का जवाब न शाह के पास है, न शहंशाह के पास है और न ही उनके किसी वजीर के पास। इसलिए सुबह से शाम तक ये राहुल गांधी की आवाज को बंद करने का षड्यंत्र रचते हैं।” सजा सुनाए जाने के कुछ मिनटों बाद कांग्रेस के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल ने अपना डीपी बदल लिया। कांग्रेस ने राहुल गांधी की डीपी लगाते हुए लिखा है कि ‘डरो मत’। कांग्रेस के कट्टर विरोधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक ट्वीट कर राहुल गांधी का साथ दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “गैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुक़दमे करके उन्हें। ख़त्म करने की साजिश हो रही है। हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं मगर राहुल गांधी जी को इस तरह मानहानि मुक़दमे में फसाना ठीक नहीं। जनता और विपक्ष का काम है सवाल पूछना। हम अदालत का सम्मान करते हैं पर इस निर्णय से असहमत हैं।” अदालत का आदेश विपक्षी नेताओं के लिए एक रैलिंग प्वाइंट बन गया क्योंकि दो गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों दिल्ली के अरविंद केजरीवाल और झारखंड के हेमंत सोरेन ने फैसले का विरोध किया है। राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी का भी बयान सामने आया है। प्रियंका गांधी ने गुरुवार को अपने भाई का समर्थन करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ दायर 2019 के आपराधिक मानहानि के मामले में भाजपा पर हमला किया. उन्होंने ट्वीट में कहा, “हम जानते थे कि ऐसा हो सकता है … वे जज बदलते रहे। लेकिन हमें न्यायपालिका पर भरोसा है और कानून के अनुसार लड़ेंगे।” प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि सत्ता की एक डरी हुई मशीनरी भेदभाव करके राहुल गांधी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मेरे भाई कभी डरे नहीं हैं, न कभी डरेंगे। उन्होंने अपना जीवन सच बोलते हुए जिया है, बोलते रहेंगे।