साल 2000 में उत्तर प्रदेश से अलग होकर जब उत्तराखंड का गठन हुआ था तभी से दोनों राज्यों के बीच में राज्य परिसंपत्तियों को लेकर विवाद चला आ रहा था। लेकिन यूपी, उत्तराखंड में एक पार्टी की राज्य सरकारें न होने की वजह से कई मामले अटके हुए थे। लेकिन पिछले दो बार से दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज दो दशकों से चला रहा हरिद्वार स्थित होटल के बंटवारे को लेकर समाधान कर दिया है। हालांकि इसकी शुरुआत पिछले साल नवंबर महीने में दोनों मुख्यमंत्रियों ने की थी। आखिरकार आज हरिद्वार में दोनों राज्यों को अपने-अपने होटल मिल गए हैं। आज धर्मनगरी हरिद्वार में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर ऐतिहासिक दिन रहा। इस दिन के लिए यूपी और उत्तराखंड के लोगों को लंबे समय से इंतजार था। हरिद्वार के अलकनंदा घाट पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नए युग की शुरुआत की। हरिद्वार में आज उत्तराखंड को होटल अलकनंदा और उत्तर प्रदेश को होटल भागीरथी मिल गया है। सीएम योगी ने हरिद्वार में अलकनंदा घाट के किनारे बने नए होटल भागीरथी पर्यटक आवास का शुभारंभ किया। यूपी पर्यटन विभाग का यह नया होटल पहाड़ी शैली में बना है। इसके 100 कमरों में 12 वीआईपी और 88 लग्जरी रूम हैं। वहीं यूपी टूरिज्म के पुराने होटल अलकनंदा उत्तराखंड सरकार को मिल गया और भागीरथी होटल यूपी सरकार को। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुष्कर सिंह धामी ने संयुक्त प्रेस को संबोधित भी किया। दोनों ने यूपी उत्तराखंड कि राज्य परिसंपत्तियों को सुलझाने में प्रसन्नता जताई ।
पिछले साल नवंबर में योगी-धामी ने परिसंपत्तियों का समाधान करने के लिए की थी शुरुआत–
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य परिसंपत्तियों के समाधान की शुरुआत पिछले साल नवंबर से की थी। सीएम धामी ने लखनऊ पहुंचकर योगी से मुलाकात की । दोनों के बीच हुए समझौते के बाद आखिरकार आज हरिद्वार में स्थित अलकनंदा होटल और भागीरथी होटल का समाधान हो गया है। सीएम धामी ने दशकों से चले आ रहे विवाद को सुलझाने के लिए धामी ने योगी की कोशिशों और ट्रिपल इंजन की सरकार को क्रेडिट दिया। वहीं, मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यूपी सरकार को भागीरथी होटल मिल गया। योगी ने कहा कि आपसी सहमति से समाधान निकला, जिसके तहत उत्तराखंड सरकार यूपी सरकार को जमीन देगी और उस पर यूपी नया पर्यटन आवास बनाएगा। इस मौके पर समारोह में मौजूद हरिद्वार के सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने योगी आदित्यनाथ और पुष्कर सिंह धामी को बड़े भाई और छोटे भाई की संज्ञा दी। समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत कई साधु-संत मौजूद रहे।
हरिद्वार में स्थित अलकनंदा होटल को लेकर साल 2000 से ही चला रहा था विवाद–
बता दें कि साल 2000 में उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था। तभी से दोनों राज्यों के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर विवाद चला आ रहा था। हरिद्वार स्थित पर्यटन के क्षेत्र में आवासीय स्थल के रूप में पहचाने जाने वाले अलकनंदा होटल पर उत्तराखंड ने अपने हक जताया, जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। शीर्ष अदालत ने उत्तराखंड के दावे को माना। बाद में दोनों सरकारों के बीच सहमति बन गई और इसी समझौते के तहत उत्तर प्रदेश को उत्तराखंड में जमीन उपलब्ध करवाई गई, जिस पर यूपी सरकार ने एक आलीशान 100 कमरों का पर्यटक आवास तैयार किया है और उसे नाम भागीरथी पर्यटन आवास दिया। इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड में तीन दिवसीय दौरे का समापन हो गया है। बता दें कि सीएम योगी 2 दिन मंगलवार, बुधवार अपने पैतृक गांव पौड़ी गढ़वाल के पंचूर में रहे। इस दौरान उन्होंने अपने घर वालों के अलावा गांव वालों से भी मुलाकात की।
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