शनिवार तड़के उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। कई जगह बादल फटने से पानी का सैलाब घर, मकान, दुकान जो भी बीच में आया सब कुछ बहाकर ले गया। सबसे ज्यादा नुकसान पौड़ी के यमकेश्वर और राजधानी देहरादून के रायपुर क्षेत्र मालदेवता में हूं हुआ है। इसके साथ कई नेशनल मार्ग संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उत्तराखंड में बारिश ने जमकर कहर बरपाया । बारिश, भूस्खलन और बादल फटने के कारण अब तक 3 मौतें हो चुकी हैं, जबकि 12 लोग घायल हुए हैं। इन घटनाओं में 13 लोग लापता बताए जा रहे हैं। एसडीआरएफ की टीमें लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुबह ही ट्रैक सूट चढ़ाकर, पैर में लॉन्ग बूट पहनकर मोर्चे पर डट गए। सबसे पहले सीएम धामी रायपुर क्षेत्र में बुलडोजर से पहुंचे। साथ में मसूरी के विधायक और मंत्री गणेश जोशी और रायपुर से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ भी थे। यहां पर सीएम धामी ने राहत बचाव का धरातल पर उतर कर जायजा लिया। सड़क पर तेज बहाव के बीच मुख्यमंत्री बुलडोजर से ही बारीकियों से हुए नुकसान का जायजा लेते रहे। रायपुर में सीएम धामी ने मौजूद पुलिस प्रशासन अधिकारियों को तुरंत राहत बचाव के निर्देश जारी किए। इसके बाद सीएम धामी बादल फटने की घटना में घायल हुए लोगों से मिलने राजधानी देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल पहुंचे और उनका हाल जाना। उसके बाद मुख्यमंत्री ने सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधक में इमरजेंसी मीटिंग की और पूरे राज्य में अलर्ट रहने के दिशा निर्देश जारी किए। वहीं शाम को सीएम धामी देहरादून के गढ़ी कैंट में स्थित प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर पहुंचे । यहां पर उन्होंने गुफा में हुए भारी जलभराव का जायजा लिया उसके बाद भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना भी की। बता दें कि भारी बारिश के बीच टपकेश्वर मंदिर के आसपास भारी जल भराव हो गया है। मंदिर परिसर में बाढ़ जैसे हालात है। वहीं, सीएम धामी ने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को देहरादून सहित गढ़वाल संभाग में भारी बारिश के बाद हुई तबाही को देखते हुए अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया है। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि सबसे अधिक टिहरी गढ़वाल के मालदा, मालदेवता, धनौल्टी, ग्वाल जैसे क्षेत्रों में ये घटनाएं हुई हैं। यहां कई गांव में तबाही मची है। जहां पर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं। इन इलाकों में जनहानि मकान टूटने और पशु हानि भी काफी हुई है। यमकेश्वर में लैंडस्लाइडिंग की वजह से एक व्यक्ति के दबने सूचना है। टिहरी जनपद के कई मुख्य मार्ग बुरी तरह टूट चुके हैं। पूरा दिन राहत बचाव और पीड़ित लोगों से मिलने के बाद शाम को सीएम धामी देहरादून स्थित अपने सरकारी आवास पहुंचे ।
देर शाम उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने पूरे दिन भर घटनाक्रम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने टपकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचा। मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही प्रदेशवासियों की सुरक्षा के लिए प्रभु शिव से कामना की, सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर अधिकारियों से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। सरकार द्वारा पूरी तत्परता से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। हम हर स्थिति में प्रदेश के नागरिकों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा कि आज मैक्स अस्पताल, देहरादून में भर्ती आपदा प्रभावित घायलों का कुशलक्षेम जाना। प्रदेश सरकार द्वारा घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। कुमाल्डा (टिहरी) एवं उसके आस-पास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। कमिश्नर गढ़वाल एवं जिलाधिकारी टिहरी को आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के साथ ही भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्था किए जाने हेतु निर्देशित किया है। सीएम धामी ने बताया कि क्षेत्रवासियों के आवागमन के लिए अवरुद्ध मार्गों को यथाशीघ्र खोलने के साथ ही वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जा रही है। वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में भी शनिवार तड़के बादल फटने की घटनाओं से कई जिलों में भारी तबाही हुई है। अभी तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, 9 लोग घायल है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
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