उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर बता दिया कि वे कभी भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी या सिफारिश बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसी को लेकर आज मुख्यमंत्री धामी ने कड़ा एक्शन लेते हुए अपने ही पीआरओ को सस्पेंड कर दिया है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री धामी के पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट को वाहनों को छुड़ाने के लिए एसपी को लेटर लिखना भारी पड़ गया। बता दें कि सीएम ने पीआरओ को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही वाहनों को सीज करने वाले दारोगा को भी सस्पेंड कर दिया गया है। आपको बता दें कि ये वीडियो सोशल मीडिया सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पीआरओ (जन संपर्क अधिकारी) नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक को अपने लेटर हेड पर एक पत्र लिखा है, पत्र में मुख्यमंत्री के मौखिक आदेशों का हवाला देते हुए पुलिस द्वारा किए गए एक वाहन का चालान निरस्त करने को कहा गया है। गंभीर बात यह है कि ये तीनों वाहन बड़े ट्रक हैं और तीनों को खड़िया की खनन सामग्री से ओवरलोडेड होने के चलते पकड़ा गया. सीएम ऑफिस से इनका चालान निरस्त करवाने के लिए भेजी गयी चिट्ठी कांग्रेस को एक नया मुद्दा दे सकती है, क्योंकि प्रदेश में अवैध खनन को लेकर कांग्रेस व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले से ही मुख्यमंत्री पर हमलावर थे। जिन वाहनों का चालान निरस्त करवाने की सिफारिश मुख्यमंत्री के निर्देश पर उनके पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक से की है वो तीनों वाहन खड़िया से भरे थे और ओवरलोडेड थे। सभी जानते हैं कि बागेश्वर अल्मोड़ा में खड़िया का व्यापक पैमाने पर खनन होता है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने पीआरओ को सस्पेंड किया है।