लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी भाजपा और कांग्रेस के बीच उम्मीदवार उतारने को लेकर लंबा मंथन चला। अमेठी से भाजपा पहले ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मैदान में उतार दिया है। वहीं भाजपा ने गुरुवार को रायबरेली और कैसरगंज लोकसभा उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया। बीजेपी नेता बृजभूषण सिंह का कैसरगंज से लोकसभा टिकट कट गया है। उनकी जगह बेटे करण भूषण सिंह चुनाव लड़ेंगे। करण के नाम का ऑफिशियल एलान हो गया। करण 3 मई को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस सीट पर पांचवें फेज में 20 मई को वोटिंग होगी। वहीं रायबरेली से भाजपा ने दिनेश प्रताप को टिकट दिया है।

दिनेश प्रताप सिंह ने 2019 में भी सोनिया गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था। 2018 में दिनेश ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। इसके अगले साल ही भाजपा ने लोकसभा का टिकट दिया था। मौजूदा समय में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री हैं। रायबरेली की सियासत में पंचवटी का दबदबा है। दरअसल, दिनेश प्रताप सिंह के घर को पंचवटी के नाम से जाना जाता है। दिनेश प्रताप सिंह गांव गुनावर कमंगलपुर के रहने वाले हैं। रायबरेली की राजनीति में इस परिवार का खूब वर्चस्व है। दिनेश प्रताप सिंह के घर पर ही ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष, एमएलसी और विधायक रह चुके हैं। हालांकि रायबरेली की हरचंदपुर विधानसभा सीट पर 2022 में उनके भाई राकेश सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे ही कांग्रेस अमेठी और रायबरेली से आज अपने उम्मीदवारों का नाम का एलान कर देगी ।कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को ये अधिकार देती है कि वो उम्मीदवार को नाम पर आखिरी मुहर लगाएं। रायबरेली में कांग्रेस ने नॉमिनेशन के अंतिम दिन 3 मई को रोड-शो के लिए पूरी तैयारी कर ली है। रायबरेली जिला इकाई की बैठक में नेताओं और कार्यकर्ताओं को मेगा रोड-शो के लिए पूरी ताकत झोंकने को कहा गया है। गुरुवार को अमेठी पहुंचे सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा ने कहा-गांधी परिवार का सदस्य ही चुनाव लड़ेगा।