पिछले दिनों जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों के ग्रेनेड के हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे। सेना के जवान सभी ट्रक पर जा रहे थे उसी दौरान आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंका था। अभी इस घटना से देशवासी उबर भी नहीं पाए थे कि आज दोपहर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने बड़ा हमला कर दिया है। नक्सलियों के किए गए इस हमले में 11 जवान शहीद हो गए हैं। बता दें कि बुधवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के अरनपुर में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड फोर्स को लेकर जा रहे वाहन पर आईईडी (IED) हमला हुआ।
शहीद जवानों में 10 डीआरजी के जवान और एक ड्राइवर शामिल है। हमले को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि नक्सलियों को छोड़ा नहीं जाएगा। यह घटना बहुत दुखद है। नक्सलियों को खिलाफ हमारी लड़ाई अंतिम चरण में है। योजनाबद्ध तरीके से नक्सलवाद को जड़ से खत्म किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों और जवानों के बीच अब भी मुठभेड़ जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि आज दंतेवाड़ा के थाना अरनपुर क्षेत्र अंतर्गत माओवादी कैडर की उपस्थिति की आसूचना पर दंतेवाड़ा से डीआरजी बल नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। वापसी के दौरान माओवादियों की ओर से अरनपुर मार्ग पर आईईडी विस्फोट किया गया, जिससे अभियान में शामिल 10 डीआरजी जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से फोन पर बात की और उन्हें हर प्रकार से मदद करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जो भी राज्य सरकार को चाहिए होगा, वो दिया जाएगा। डीआरजी यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, जो छत्तीसगढ़ पुलिस के स्पेशल जवान हैं। ये केवल नक्सलियों से लड़ने के लिये भर्ती किए गये हैं। इसमें सरेंडर करने वाले नक्सली और बस्तर के ही वातावरण में पले बढ़े लोग शामिल होते हैं। नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ी सफलता अब तक इन्हीं जवानों को मिली है।