कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों की चिंता बढ़ा रहा है। देश में यह नया वायरस धीरे-धीरे अपने पांव पसारता जा रहा है। ओमिक्रॉन ने दुनिया भर में अपनी दहशत मचा रखी है। भारत में भी संक्रमित मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। जो लोग कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को हल्के में ले रहे हैं वह बड़ी भूल कर रहे हैं। यह नया वायरस भारत धीरे-धीरे बढ़ रहा है लेकिन चिंता बड़ी बढ़ा रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमितों की संख्या 100 के पार हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 11 राज्यों में 101 ओमिक्रॉन संक्रमितों की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले 20 दिनों से कोविड संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम हैं, लेकिन ओमिक्रॉन स्वरूप और अन्य देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है। देश में ओमिक्रोन के जो अधिकतर मामले आए हैं उनकी ट्रैवल हिस्ट्री है या वो ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों के संपर्क में आए हैं। देश के इन राज्यों में इस वायरस ने जड़े जमा ली हैं। महाराष्ट्र- 32, दिल्ली-22, राजस्थान- 17, कर्नाटक- 8 तेलंगाना- 8, केरल- 5, गुजरात- 5, पश्चिम बंगाल-1, आंध्र प्रदेश 1, चंडीगढ़-1, तमिलनाडु-1 संक्रमित मरीज हो गए हैं।
यह नया वायरस 77 देशों में फैल चुका है–
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस वेरिएंट को लगभग 77 देशों में देखा जा चुका है और भारत में अब तक 87 नए मामले दर्ज किए जा चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी पिछले स्ट्रेन के मुकाबले यह बहुत तेजी से फैल रहा है, इसलिए हमें पहले से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। हालांकि, ओमिक्रॉन के व्यवहार को समझने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। बता दें कि इस नए वैरिएंट को मौजूदा वैक्सीन के लिए ज्यादा प्रतिरोधक माना जा रहा है। इसलिए वैज्ञानिकों के लिए यह चिंता का विषय है। ब्रिटिश हेल्थ एकस्पर्ट व यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के रीजियस चेयर ऑफ मेडिसिन और यूके गर्वनमेंट के एडवायजर सर जॉन बेल ने कहा कि ‘शुरुआती आंकड़ों को देखें तो ओमिक्रॉन पिछले वायरस के मुकाबले थोड़ा अलग बिहेव कर रहा है। अब तक सामने आए परिणामों से पता चलता है कि यह नया स्ट्रेन वायरस के शुरुआती रूपों की तुलना में कम गंभीर कोविड-19 लक्षणों का कारण बनता है’। हाल ही में आई खबर के अनुसार, वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन के एक लक्षण की पहचान कर ली है। यह लक्षण काफी हद तक कोरोना के पिछले स्ट्रेन से मिलता-जुलता है। वैज्ञानिकों ने लोगों को सलाह दी है कि अगर किसी व्यक्ति में यह लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत जांच करा लें।