पिछले कई दिनों से उत्तर भारत में ठंड और कोहरे की वजह से आम लोगों का जन-जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है और दिनचर्या भी बिगड़ जाती है। सर्दी के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी हृदय और डायबिटीज (मधुमेह) के पेशेंट को होती है। इसका बड़ा कारण है कि सर्दी के मौसम में वॉकिंग और व्यायाम इतनी गति से नहीं हो पाता है जितना कि गर्मियों में। डायबिटोलॉजिस्ट डॉ सुनील बंसल बताते हैं कि सर्दियों में मधुमेह रोगियों को सावधानी बरतनी चाहिए। डॉ बंसल ने बताया कि ठंड के मौसम में शरीर में ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ जाता है। बता दें कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो जड़ से खत्म नहीं होती है। इसमें मरीजों को अपना शुगर लेवल मेंटेन (कंट्रोल) रखना पड़ता है। गर्मियों की तुलना में सर्दियों में अत्यधिक तापमान आपके शरीर की इंसुलिन बनाने और उपयोग करने की क्षमता दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। सर्दियों में बहुत से डायबिटीज के मरीजों का शुगर लेवल बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ठंड के मौसम में आपकी फिजिकल एक्टिविटीज काफी कम होती हैं और आप अत्यधिक कैलोरी वाली चीजों का सेवन करते हैं।

इम्यूनिटी करें बूस्ट– सर्दी के मौसम में लोग बहुत ज्यादा बीमार पड़ते हैं जिससे कारण स्ट्रेस बढ़ने लगता है और स्ट्रेस के बढ़ने पर ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाता है. सर्दियों के मौसम में जरूरी है कि आप अपनी डाइट का खास ख्याल रखें और समय पर दवाईयां खाएं. इसके साथ ही बैक्टीरिया से बचने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
मेथी का पानी पिएं– भारतीय खाने में मेथी का इस्तेमाल काफी ज्यादा मात्रा में होता है. सेहत के लिए भी मेथी काफी फायदेमंद साबित होती है. मेथी में कई ऐसे पोषक तत्व शामिल होते हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. डायबिटीज के मरीजों को रोजाना सुबह खाली पेट 2 चम्मच मेथी के दानों को भिगोकर इसका सेवन करना चाहिए. इसके अलावा आप इसका पाउडर बनाकर दूध या पानी के साथ सेवन कर सकते हैं.
ब्लड शुगर लेवल करते रहें चेक– मौसम बदलने पर आपके ब्लड ग्लूकोज के लेवल में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. ऐसे में जरूरी है कि आप आप समय-समय पर अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करें और डॉक्टर से संपर्क में रहें.
स्ट्रेस को करें मैनेज– स्ट्रेस से संबंधित हार्मोन्स जैसे कोर्टिसोल, ग्रोथ हार्मोन और एड्रेनालाइन को कम करने से ब्लड शउगर लेवल कम हो सकता है. स्ट्रेस को कम करने के लिए जरूरी है कि आप ऐसी चीजें करें जिन्हें करने में आपको सुकून मिलता है.
आंवला का करें सेवन– आंवला में कई तरह के पोषक तत्व शामिल होते हैं. आंवला ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए जाना जाता है और इसमें विटामिन सी की भी उच्च मात्रा होता है. रोज सुबह 2 बड़े चम्मच आंवले के पेस्ट को पानी में मिलाकर पिएं. इससे सर्दियों में आपका ब्लड शउगर लेवल बिल्कुल भी नहीं बढ़ेगा.
अपने हाथों को रखें गर्म- सर्दियों के मौसम में डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल में गड़बड़ी के चलते हर समय हाथ ठंडे रहने की समस्या का सामना करना पड़ता है. ऐसे में जरूरी है कि आप दस्ताने पहनें और अपने हाथों को गर्म रखें. हाथ गर्म होने पर ब्लड का फ्लो सही तरीके से होता है. इसके अलावा अपने ब्लड शुगर लेवल को चेक करने से पहले अपने हाथों को गर्म कर लें.
पैरों का रखें खास ख्याल- सर्दियों के मौसम में स्किन का ड्राई होना काफी आम होता है साथ ही बहुत से लोगों को इस दौरान फटी एड़ियों की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. लेकिन अगर यह सब कुछ डायबिटीज के मरीजों के साथ हो रहा है तो इसके चलते आपके पैर में घाव और इंफेक्शन हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप सर्दियों के मौसम में अपने पैरों का खास ख्याल रखें. इस दौरान मोजे और चप्पल पहनें, पैरों पर मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें और अधिक से अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें. अगर आपको कोई चोट लगती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
विटामिन डी लें- विटामिन डी का एक सबसे अच्छा सोर्स धूप होती है. कुछ स्टडीज के मुताबिक, इंसुलिन के उत्पादन के लिए विटामिन डी काफी जरूरी होता है. हर दिन कम से कम 30 मिनट धूप में बैठना डायबिटीज के मरीजों समेत सभी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके अलावा आप चीज, योगर्ट और संतरे का जूस भी सकते हैं . इनमें भी विटामिन डी काफी ज्यादा होता है. इन सभी देसी और घरेलू उपचार करने से पहले डायबिटीज मरीज डॉक्टर से भी परामर्श ले सकते हैं।