–पं. शंभू नाथ गौतम
उत्तर प्रदेश में अब लगभग तस्वीर साफ हो चुकी है। एक बार फिर से राज्य में योगीराज आ चुका है। चुनाव नतीजों के बाद सबसे ज्यादा मायूसी सपा खेमे में है। जहां भाजपा के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में सड़कों पर आकर खूब जश्न मनाने में लगे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर सपाइयों में मानो पहाड़ टूट पड़ा है। इसका कारण यह है कि अखिलेश यादव राज्य में सत्ता संभालने की पूरी तैयारी कर चुके थे। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें फिलहाल इंतजार करने के लिए छोड़ दिया है। यूपी में 25 करोड़ की जनता ने भाजपा को दोबारा प्रचंड बहुमत दिया है, योगी के राज को दोबारा स्वीकारा है। चुनाव प्रचार के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्हें गोरखपुर भेज रहे थे, लेकिन आज आए नतीजों ने एक बार फिर से ‘बुलडोजर बाबा’ को सत्ता का सिंहासन सौंप दिया है। 10 मार्च यानी आज भारतीय जनता पार्टी के लिए राजनीति क्षेत्र में ऐतिहासिक दिन साबित हुआ। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अपना परचम लहरा दिया। सबसे खास बात यह रही कि इन चारों राज्यों में बीजेपी ने दोबारा सत्ता में वापसी की है। इन प्रदेशों की जनता ने भाजपा को अपना जनादेश दिया है। सबसे खराब स्थिति कांग्रेस की रही। पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस से भी सत्ता फिसल गई। आम आदमी पार्टी ने अपनी शानदार एंट्री करते हुए प्रचंड जीत हासिल की। ऐसे ही अगर हम उत्तर प्रदेश में बहुजन समाजवादी पार्टी की बात करें तो अब तक उसके राजनीतिक करियर में सबसे खराब प्रदर्शन रहा। वहीं दूसरी ओर सबसे अधिक धक्का समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लगा। उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लगातार दावे करते आ रहे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को यूपी की जनता ने एक बार फिर नकार दिया। भाजपा की उत्तराखंड में सरकार बनना तय है, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट खटीमा से हारकर हाईकमान के लिए एक बार फिर से कुछ मुश्किलें जरूर बढ़ा गए। यूपी में भाजपा की जीत के बाद पूरे प्रदेश में कार्यकर्ता गदगद है। लखनऊ के भाजपा मुख्यालय में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत तमाम नेताओं ने होली खेली। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा की जीत के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर खूब जश्न मनाने में लगे हुए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत के बाद पार्टी आलाकमान साल 2024 की भी अपनी तैयारियों को जोड़ कर देख रहा है। बता दें कि भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने यूपी में पार्टी की जीत के लिए पूरा जोर लगा दिया था। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा में हार के बाद मंथन शुरू हो गया है। सबसे अधिक यूपी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता निराश हैं। उत्तर प्रदेश में 403 सीटों में अब तक भाजपा अब तक 155 सीटों पर जीत चुकी है और 115 पर आगे चल रही है। सपा 91 सीटें जीत चुकी है और 37 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस और बसपा का बुरा हाल है। कांग्रेस ने एक सीट जीती है और एक पर आगे है। देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में बीजेपी की सरकार बनना लगभग तय हो गया है। भाजपा के खाते में 40 में से 20 सीटें आती दिख रही हैं। इनमें से 9 सीटें जीत चुकी है और 11 पर आगे चल रही है। गोवा में बहुमत का आंकड़ा 21 है। गोवा में भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। वहीं उत्तराखंड में भाजपा ने 70 सीट में से 37 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं, बसपा ने एक सीट पर ही बढ़त बना रखी है। अगर पंजाब की बात करें तो आम आदमी पार्टी ने दिल्ली से निकलकर इस राज्य में अपनी सरकार बनाई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आंधी में कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा समेत सभी दल उड़ गए। राज्य में 117 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी 90 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।


