उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भव्य दीपोत्सव समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने दीप जलाकर दीपोत्सव के भव्य आयोजन को शुरुआत दी। इसके बाद दीपों की जगमग से सरयू घाट रोशन हो गया। लेजर शो और होलोग्राम थ्रीडी के सहयोग से राम की महिला का चित्रण किया गया। रामनगरी अयोध्या दिवाली से एक दिन पहले दीयों से जगमग हो गई। सरयू नदी के 55 घाटों पर 28 लाख दीये जलाए गए। इसके साथ ही नया रिकॉर्ड बन गया। पिछले साल 22 लाख दीये जलाए गए थे। सीएम योगी ने राम मंदिर में पहला दीप जलाकर दीपोत्सव का शुभारंभ किया।
इससे पहले अयोध्या पहुंचे श्री राम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत किया। नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद राम नगरी में पहली बार दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। श्रीराम के सीता और लक्ष्मण हनुमान और अन्य लोगों के साथ ‘पुष्पक विमान’ (हेलीकॉप्टर) से अयोध्या पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया। भगवान राम के रथ को मुख्यमंत्री और अन्य लोगों ने राम दरबार स्थल तक खींचकर पहुंचाया।
योगी ने कहा कि कोरोना का सामना भी हमने किया लेकिन अयोध्या में दीपोत्सव का क्रम कभी थमा नहीं। मैं मानता हूं कि आज फिर दीपोत्सव का कार्यक्रम फिर रेकॉर्ड बनाया होगा। यह शाश्वत क्रम इसी प्रकार चलता रहे यह अयोध्या की जिम्मेदारी बनती। यह दीपोत्सव अयोध्या दुनिया के मानचित्र पर प्रस्तुत करता है। यह अज्ञानता के अंधकार को ही दूर करने वाला नहीं है, समाज के दुश्मनों को संदेश देने का माध्यम है। नाम अलग हो सकते हैं लेकिन वे जिस भी रूप में हैं, उन्हें चेतावनी का माध्यम है। यह अन्याय, अधर्म और अत्याचार के तमस का विनाश करने वाला भी संदेश होना चाहिए।