पिछले काफी समय से घाटे में चल रही विमानन कंपनी गो फर्स्ट फ्लाइट दिवालिया हो गई है। मंगलवार 2 मई को कंपनी ने खुद ही दिवालिया होने के लिए आवेदन दाखिल किया है। एयरलाइन ने नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) के पास स्वैच्छिक दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन दिया है। इसके ठीक पहले एयरलाइन ने ‘भारी नकदी संकट’ के चलते आगामी 3 मई और 4 मई को अपनी सभी उड़ानों को रद्द करने का एलान किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइंस के करीब 50 विमान ग्राउंड कर दिए गए हैं। इसके चलते कंपनी के कैश फ्लो पर बेहद बुरा असर हुआ है। वहीं नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार संकटग्रस्त गो फर्स्ट एयरलाइन की हरसंभव मदद कर रही है। उन्होंने कहा, ‘गो फर्स्ट को सरकार हर संभव सहायता कर रही है, और पूरी घटना पर नजर बनी हुई है। कंपनी के वेबसाइट के मुताबिक एयरलाइनंस के बेड़े में 61 विमान हैं। इनमें 56 ए320 नियो और पांच ए320सीइओ हैं। कंपनी के ऐसे समय में पैसेंजर रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है जब महामारी के बाद एयर ट्रैफिक में तेज बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। रिपोर्ट की मानें तो वाडिया ग्रुप की एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है। कंपनी ने एनसीएलटी (NCLT) में वॉलंटरी इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग (Voluntary Insolvancy Proceedings) के लिए एप्लिकेशन भी दे दी है।