शिव जी के प्रिय माह सावन में दुखद घटनाएं सुनने को मिल रही हैं। एक दिन पहले उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में भगदड़ करने से आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। इस दुखद हादसे में अधिकांश बनने वाले उत्तर प्रदेश के थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरिद्वार के मनसा देवी हादसे में गहरा दुख जताया। अभी इस घटना से श्रद्धालु उभर भी नहीं पाए थे कि आज सुबह उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक और धार्मिक स्थान पर बगदाद मच गई । बाराबंकी के औसानेश्वर महादेव मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को भगदड़ मच गई। हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, 40 लोग घायल हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
VIDEO 👇
आज भोर तीन बजे जलाभिषेक के दौरान मंदिर परिसर में अचानक करंट फैलने से हादसा हुआ। भागने के दौरान लोग एक-दूसरे को कुचलते चले गए। हादसे में घायलों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
यह भी पढ़ें —
हादसे की 3 तस्वीरें

डीएम शशांक त्रिपाठी ने बताया कि कुछ बंदर बिजली के तार पर कूद गए थे, जिससे तार टूटकर मंदिर परिसर के टिन शेड पर गिर गया। इसी कारण करंट फैल गया। करंट लगने से प्रशांत कुमार (16) और रमेश कुमार की मौत हुई है। औसानेश्वर मंदिर जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के वक्त लाइन में करीब 3 हजार लोग दर्शन के लिए लगे हुए थे। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से अब मंदिर परिसर में स्थिति सामान्य है. श्रद्धालु वापस दर्शन-पूजन में लगे हुए हैं। हालांकि, घटना की जांच जारी है। बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ क्षेत्र में स्थित औसानेश्वर महादेव मंदिर, एक पौराणिक स्थल है जो लगभग 450 वर्ष पुराना है और ढाई एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। सावन में यहां दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है। बता दें, रविवार सुबह हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भी भगदड़ मच गई थी। इसमें 8 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।