देवभूमि उत्तराखंड में आज एक बार प्राकृतिक आपदा ने कहर बरपा दिया। उत्तराखंड के उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से खीर गंगा गांव बह गया है। घटना मंगलवार दोपहर 1.45 बजे की है। घटना के कई वीडियो और फोटोज सामने आए हैं। इनमें दिख रहा है कि पहाड़ी से बारिश का पानी और मलबा आया और 34 सेकेंड में पूरा गांव बहा ले गया। उत्तरकाशी जिले के धराली में बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और कई मकान व होटल तबाह हो गए। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने मृतकों की पुष्टि की है और नुकसान का आकलन जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताते हुए राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया है। सेना, SDRF, NDRF और जिला प्रशासन राहत कार्यों में लगे हुए हैं।


पानी का सैलाब गांव की तरफ आते ही लोगों में चीख पुकार मच गई। कई होटलों में पानी और मलबा घुस गया है। धराली बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है। कई होटल दुकानें ध्वस्त हो चुकी हैं। यहां पिछले 2 दिनों से भारी बारिश हो रही है। सीएम धामी ने कहा कि हम हालातों पर नजर बनाए हुए हैं।


इसके बाद आई बाढ़ ने भयंकर तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में 50 लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि करीब 20 मीटर ऊंचा मलबा एक जगह जमा हो गया, जिसमें कई लोग दबे हुए बताए जा रहे हैं। वहीं हालात पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नजर बनाए हुए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं। उन्होंने कहा कि सेना, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और जिला प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वे वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं और स्थिति की निरंतर जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया है।धराली के हादसे को लेकर पीएम मोदी ने उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है। उन्होंने एक्स पर लिखा- उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर धराली में अचानक आई बाढ़ के बारे में जानकारी ली और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सात बचाव टीम भेजने का आदेश दिया। अधिकारियों ने बताया कि धराली में बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में बाढ़ आने से चार व्यक्तियों की मौत हो गयी तथा कई मकान और होटल तबाह हो गए।

राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा- “उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से आई भारी तबाही के कारण कई लोगों की मौत और कई अन्य के लापता होने की खबर बेहद दुखद और चिंताजनक है। मैं प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और लापता लोगों के जल्द से जल्द मिलने की आशा करता हूं। प्रशासन से अपील है कि राहत और बचाव कार्यों में तेज़ी लाएं। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत कार्यों में प्रशासन का सहयोग और ज़रूरतमंदों की हर संभव मदद करें।”उत्तराखंड पुलिस ने एक्स पर हादसे की जानकारी देते हुए बताया, “उत्तरकाशी के धराली, खीर गाढ़ में जलस्तर बढ़ने से धराली मार्केट क्षेत्र में नुकसान होने की सूचना प्राप्त हुई है। पुलिस, फायर, एसडीआरएफ और आर्मी सहित अन्य आपदा प्रबंधन टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।” इस बीच, अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से नदी के किनारों से दूरी बनाए रखने और बच्चों तथा पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 4 अगस्त को उत्तराखंड के कई इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया था। आईएमडी ने उत्तरकाशी, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी और चमोली सहित उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी।
भारतीय सेना की सूर्या कमान ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर त्रासदी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हर्षिल के पास खीरगढ़ क्षेत्र के धराली गांव में एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जिससे बस्ती में अचानक मलबा और पानी का बहाव शुरू हो गया। आइबेक्स ब्रिगेड के जवानों को तुरंत तैनात किया गया और वे स्थिति का आकलन करने और बचाव अभियान चलाने के लिए प्रभावित स्थल पर पहुंच गए। भारतीय सेना के साथ, पुलिस, अग्निशमन विभाग, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) भी मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “उत्तरकाशी (उत्तराखंड) में अचानक आई बाढ़ से हुई तबाही के विचलित करने वाले दृश्य देखे हैं। इस त्रासदी से प्रभावित लोगों की कुशलता की कामना करता हूं। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं और बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तराकाशी त्रासदी पर दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “उत्तराखंड में उत्तरकाशी स्थित धराली गांव में अचानक बादल फटने से कई लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है। पीड़ितों की तत्काल सहायता के लिए उत्तराखंड सरकार समेत राहत बचाव दल पूरी तत्परता के साथ जुटा हुआ है। इस संकट की घड़ी में प्रदेश के सभी भाजपा कार्यकर्ता पीड़ितों की हरसंभव मदद के लिए संलग्न हैं। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं ईश्वर से इस भयावह दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।”
धराली उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक छोटा सा गांव है, जो गंगोत्री के पास हर्षिल एरिया से सिर्फ 2 किमी आगे ही है। यहां से गंगोत्री धाम 8-10 किलोमीटर दूर है। चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने की वजह से धराली में बहुत सारे होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे हैं। इसकी वजह से बाढ़ में कई लोगों की मौत होने की आशंका है। धराली गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है। यह समुद्र तल से लगभग 2,700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और हिमालय की गोद में बसा होने के कारण यह पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षक स्थल है। धराली को माँ गंगा का मायका (मुखबा) के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि गंगोत्री मंदिर सर्दियों में बंद होने पर माँ गंगा की मूर्ति को मुखबा गांव में लाया जाता है, जो धराली के पास है।