अमेरिका, इंग्लैंड, चीन, रूस, फ्रांस, जर्मनी, जापान ऑस्ट्रेलिया सिंगापुर के साथ हमारा देश भारत भी विकास के पर तेजी से दौड़ लगा रहा है। अगर हम सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करें तो हाल के कुछ वर्षों में पूरे देश भर में एक्सप्रेसवे तेजी के साथ बनते जा रहे हैं। इसके साथ सड़कों पर आधुनिक गाड़ियां भी अब फर्राटा भरने लगी हैं। पेट्रोल, डीजल का समय भी अब ऐसा लगता है कि अपने आखिरी चरण में है। मतलब साफ है कि आने वाले समय में सड़कों पर चाहे चार पहिया हो या दो पहिया सभी इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन फ्यूल पर आधारित होने जा रही हैं। आज भारत के लिए एक और अच्छी खबर आई। भारत की पहली मेड-इन-इंडिया Hydrogen Fuel Cell Bus लॉन्च हो गई है। नई बस केवल हाइड्रोजन और एयर पर चलेगी। इसको लेकर ये भी कहा गया है कि इसका बाय-प्रोडक्ट एनवायरमेंट को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने नई हाइड्रोजन ईंधन सेल बस को लॉन्च किया। इस बस को KPIT-CSIR ने पुणे में डेवलप किया है। फ्यूल सेल हाइड्रोजन और एयर को यूटिलाइज करके बस के लिए इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करती है। इसमें बाय प्रोडक्ट के तौर पर (इमिशन के केस में नहीं) केवल पानी बाहर आता है। इसको लेकर दावा किया गया है कि इससे ग्रीनहाउस गैस का इमिशन भी कम होगा। डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि लगभग 12-14 प्रतिशत CO2 और पार्टिकुलेट का इमिशन डीजल से चलने वाले हैवी कमर्शियल गाड़ी से होता है। ये डिसेंट्रलाइज्ड होते हैं जिस वजह से इन्हें कैप्चर करने में दिक्कत आती है। जल्द ही यह बस भारत की सड़कों पर दिखाई देगी। इसके चलने से सफर आरामदायक रहेगा और पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले दिनों मुंबई में पहली डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस लॉन्च की थी।