मीडिया में अभी तक खबरों की प्रतिस्पर्धा होती थी। अब पब्लिक को हंसाने की हो रही। बीते सालों में वाकई में काफी कुछ बदल गया। हम बात कर रहे हैं चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की। एक समाचार चैनल के द्वारा न्यूज़ रूम में ही छाता लेकर रिपोर्टिंग की गई। जब दूसरे समाचार चैनल देखा कि यह छाता लेकर रिपोर्टिंग कर रही है तो वह समुद्र में ही हेलीकॉप्टर लेकर पहुंच गई। पाकिस्तान में तो हद हो गई। करांची का एक पत्रकार माइक, कैमरा लेकर समुद्र में ही कूद गया। सोशल मीडिया पर की गई इस रिपोर्टिंग को लेकर लोगों ने खूब मजे लिए।
समाचार चैनलों के एंकरों की रिपोर्टिंग को सोशल मीडिया पर नौटंकी बताया–
गुजरात में आए विनाशकारी तूफान बिपरजॉय को लेकर विभिन्न समाचार चैनलों के एंकरों द्वारा की गई रिपोर्टिंग को सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब कमेंट किए और नौटंकी बताया। सोशल मीडिया पर लोगों के यह किए गए कमेंट।
–स्वेता की इस रिपोर्टिंग से यूक्रेन में shaziya की डांस वाली रिपोर्टिंग याद आ गयी समझ मे नही आता कि R भारत मे पत्रकार हैं या नचनिया।
–तूफान को “जॉय” बनाने में हम किसी से कम नहीं।
–संप्रेषण का सत्यानाश इसे ही कहते हैं।
ये देख कर मैं तूफान की विभीषिका भूल गया, मुझे राजकपूर और नरगिस का रोमांटिक गाना “प्यार हुआ इकरार हुआ,प्यार से फिर क्यों डरता है दिल…” याद आ गया
–नवभारत ने बताया कि रिपब्लिक भारत अकेला नहीं है। आप हमारे चैनल पर भी हंस सकते हैं।
–रिपब्लिक के बाद अब नवभारत ने भी मोर्चा संभाल लिया है।नोएडा के न्यूज़ रूम में बचाव कार्य जारी है।
अरब सागर से 10 दिन पहले उठा बिपरजॉय तूफान गुरुवार शाम गुजरात के कच्छ में जखाऊ पोर्ट से टकरा गया। बिपरजॉय की वजह से गुजरात के कई जिलों में तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही हैं। कच्छ और सौराष्ट्र के तट बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। तेज हवा के चलते जखाऊ और मांडवी में कई पेड़, होर्डिंग्स और बिजली के खंभे उखड़ गए।गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि आज शाम पांच बजे द्वारकाधीश मंदिर के कपाट खोले गए। चक्रवात से पहले लोगों को शरणस्थलों में शिफ्ट किया गया था और अब जहां भी पेड़, बिजली के खंभे गिरे हैं। उसका सर्वे किया जा रहा है। रात से ही इसपर काम शुरू हो चुका है।
बिपरजॉय तूफान के कारण गुजरात में इंडो-पाक बॉर्डर पर स्थित नडाबेट में गुरुवार रात तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हुई। इससे कच्छ के रेगिस्तान में पहली बार बाढ़ आ गई है। नडाबेट पर्यटन स्थल पर लगे सोलर पैनल गिर गए हैं। यहां अब भी 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। नडाबेट में अब भी रुक-रुककर बारिश हो रही है।बिपरजॉय तूफान गुजरात के बाद शुक्रवार को राजस्थान पहुंच गया है। इसके असर से बाड़मेर में आज शाम भारी बारिश हुई। निचले इलाकों में पानी भर गया। जालोर में भी रेड अलर्ट है और यहां तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। जालोर में शुक्रवार सुबह तक 69MM बारिश दर्ज की गई है। इधर, जैसलमेर में भी आंधी-बारिश जारी है। बाड़मेर और सिरोही में तेज हवाओं की वजह से पेड़ और पोल गिर गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में तूफान 16, 17 और 18 जून को एक्टिव रहेगा।