मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की छापेमारी के बाद तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस कस्टडी में अचनाक उनकी तबियत बिगड़ गई और फिर उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की थी। वह अभी चेन्नई के ओमंदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। इससे पहले पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने के दौरान बिजली मंत्री दहाड़ मारकर रोने लगे। ईडी ने मंगलवार को बालाजी और कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी ने इरोड जिले और बालाजी के कार्यालय के अलावा उनके गृह जिले करूर में भी छापेमारी की थी। पांच साल में यह दूसरी बार है जब केंद्रीय जांच एजेंसी से जुड़े अधिकारियों ने सचिवालय के अंदर तलाशी ली।
बालाजी पर ईडी की कार्रवाई को लेकर सीएम एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है।उन्होंने कहा कि ऐसा करके सत्तारूढ़ भाजपा वह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को डराने की कोशिश कर रही है। स्टालिन ने एक बयान में कहा, “भाजपा जिन लोगों का राजनीतिक रूप से सामना नहीं कर सकती, उन्हें पिछले दरवाजे से डराने-धमकाने की उसकी राजनीति सफल नहीं होगी।

वह समय नजदीक आ रहा है, जब वे खुद ही इसे महसूस करेंगे।” उन्होंने कहा कि बालाजी ने जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया था, लेकिन यह समझ नहीं आया कि सचिवालय में मंत्री के कमरे की तलाशी की क्या जरूरत थी।वहीं टेलीवीजन चैनल पर दिखाए जा रहे वीडियो में शहर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में लाए जाने के दौरान बालाजी असहज नजर आ रहे थे। अस्पताल पहुंचे राज्य के कानून मंत्री एस. रघुपति ने बालाजी के घर पर घंटों तक ईडी की छापेमारी पर सवाल उठाए। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन सहित राज्य के कई मंत्री अस्पताल पहुंचे। इस बीच केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों को अस्पताल में तैनात किया गया। ईडी ने धन शोधन मामले की जांच के तहत मंगलवार को चेन्नई, करूर और इरोड में बालाजी से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की है। बालाजी पहले अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) में थे और दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की सरकार में परिवहन मंत्री थे।