(Ban on PFI) : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर एक सप्ताह से ताबड़तोड़ छापेमारी की है। एनआईए ने देश के कई शहरों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी कर के करीब ढाई सौ लोगों को हिरासत में भी लिया है। जिसके बाद इस संगठन से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है। आखिरकार गृह मंत्रालय ने पीएफआई के खिलाफ सख्त फैसला करते हुए बुधवार सुबह 5 साल के लिए बैन लगा दिया है। पहले इस संगठन पर दिसंबर तक बैन लगाने की तैयारी थी। PFI के अलावा 8 और संगठनों पर कार्रवाई की गई है। गृह मंत्रालय ने इन संगठनों को बैन करने का नोटिफिकेशन जारी किया है।PFI के अलावा रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI),ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल वुमंस फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन, रिहैब फाउंडेशन, जैसे सहयोगी संगठनों पर भी बैन लगाया गया है। पीएफआई की जड़ें 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद कथित रूप से मुसलमानों के हितों की रक्षा के लिए खड़े हुए आंदोलनों से जुड़ती हैं। 1994 में केरल में मुसलमानों ने नेशनल डेवलपमेंट फंड (NDF) की स्थापना की थी। स्थापना के बाद से ही NDF ने केरल में अपनी जड़ें मजबूत कीं और इसकी लोकप्रियता बढ़ती गई और इस संगठन की सांप्रदायिक गतिविधियों में संलिप्तता भी सामने आती गई।