लंबे समय से हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश, भूस्खलन होने से प्रदेश के कई जिलों में यातायात पूरी तरह से सुचारू नहीं हो सका है। लोगों को आने-जाने में अभी भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बार हिमाचल प्रदेश में बारिश का लगातार कहर जारी है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की एक महिला स्वास्थ्य कर्मी की अपनी ड्यूटी के प्रति जज्बा, कर्तव्य की पूरे राज्य में खूब प्रशंसा हो रही है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की चौहारघाटी से एक ऐसा वाकया सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर के लोगों के दिल को छू लिया है। यहां स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला देवी ने अपने कर्तव्य और मानवता की ऐसी मिसाल पेश की, जिसे सुनकर हर कोई उनकी हिम्मत को सलाम कर रहा है। बीते दिनों भारी बारिश और भूस्खलन से चौहारघाटी का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। नाले उफान पर थे, रास्ते ध्वस्त हो चुके थे, लेकिन इसी बीच कमला देवी को सूचना मिली कि गांव में एक दो माह का शिशु टीकाकरण से वंचित रह गया है। हालात बेहद खतरनाक थे, मगर कमला देवी ने जोखिम उठाने का फैसला किया। वह उफनते नाले को पार करके गांव पहुंचीं और शिशु को जीवनरक्षक टीका लगाया। इस जज्बे को देखकर ग्रामीणों की आंखें भर आईं। लोगों ने कहा कि ऐसी निष्ठा और साहस ही असली सेवा भावना की पहचान है।
बीएमओ पद्धर डॉ. संजय गुप्ता ने कमला देवी की हिम्मत को सराहते हुए कहा, विपरीत परिस्थितियों में जिस तरह कमला देवी ने अपना कर्तव्य निभाया, वह अन्य सभी स्वास्थ्यकर्मियों के लिए प्रेरणा है। कमला देवी की यह कहानी अब सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है। लोग उन्हें हिमाचल प्रदेश की “देवी” कहकर सम्मान दे रहे हैं और उनकी वीडियो क्लिप पर लगातार शुभकामनाएं व सराहना बरसा रहे हैं। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि स्वास्थ्य सेवाओं के असली नायक वही हैं, जो कठिन से कठिन हालात में भी इंसानियत और कर्तव्य को सबसे ऊपर रखते हैं।