(Russ Ukraine war Live updates) : सात महीनों से रूस और यूक्रेन के बीच चला रहा युद्ध एक बार फिर से तेज हो गया है। इसकी शुरुआत रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन के चार क्षेत्रों को अपने देश में मिलाने के बाद अमेरिका समेत कई देशों ने कड़ा एतराज जताया। वहीं दूसरी ओर पुतिन को रोकने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने नाटो की सदस्यता के लिए गुहार लगाई है। इस युद्ध के कारणों में से एक नाटो की सदस्यता भी है। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन औपचारिक रूप से नाटो सैन्य गठबंधन की फास्ट-ट्रैक सदस्यता के लिए आवेदन कर रहा है। उन्होंने कहा कि कीव मास्को के साथ बातचीत के लिए तैयार था, लेकिन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत नहीं होगी। जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर एक वीडियो में कहा- “हम नाटो में त्वरित सदस्यता के लिए यूक्रेन के आवेदन पर हस्ताक्षर करके अपना निर्णायक कदम उठा रहे हैं।” वीडियो में जेलेंस्की को निर्णय की घोषणा करते हुए और फिर उनके प्रधान मंत्री और संसद के अध्यक्ष द्वारा एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते हुए दिखाया गया है। जेलेंस्की ने कहा- “यूक्रेन वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन एक अलग रूसी राष्ट्रपति के साथ। शुक्रवार को ही रूस ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों को अपने में मिला लिया है। जिसके बाद से यूक्रेन और पश्चिमी देश रूस पर भड़के हुए हैं। वहीं पुतिन ने बार-बार स्पष्ट किया है कि यूक्रेन अगर नाटो में शामिल होता है तो ये उसकी आखिरी गलती होगी। रूस इसके लिए यूक्रेन को कभी माफ नहीं करेगा और इसका खामियाजा यूक्रेन को भुगतना पड़ेगा। भारत आज भी दोनों देशों के बीच युद्ध में तटस्थ भूमिका में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों देशों से कई बार कह चुके हैं कि युद्ध से हमेशा किसी का भला नहीं होता है।