आखिरकार वह घड़ी आ गई है कि उपराष्ट्रपति कौन बनेगा इसका एलान हो गया। आज रविवार शाम को दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठक में मौजूद थे । मीटिंग के बाद भाजपा एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा दी गई। महाराष्ट्र के रज्यपाल सीपी राधाकृष्णन एनडीए की अगले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। सीपी राधाकृष्णन 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेगा।
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इस दौरान NDA शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को वोटिंग होगी। उसी दिन काउंटिंग भी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। 25 अगस्त तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकती है।
दरअसल, जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अचानक उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया था। 74 साल के धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था।
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तस्वीरें









महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर और अनुभव–
पूर्व सांसद और विधायक — कोयंबत्तूर (Coimbatore) से दो बार लोकसभा (1998, 1999) में निर्वाचित ।
BJP तमिलनाडु अध्यक्ष — 2004–2007 तक राज्य अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इस दौरान एक 19,000 किमी लंबी रथ-यात्रा (Ratha Yatra) निकाली, जिसमें नदी कनेक्टिविटी, समान नागरिक संहिता, दूर करने जैसी महत्वपूर्ण मांगें शामिल थीं ।
सभापति — संसद की टेक्सटाइल Standing Committee और PSUs (Public Sector Undertakings) समिति के सदस्य भी रहे।
Coir Board के अध्यक्ष — 2016–2020 के बीच कोस बोर्ड की अध्यक्षता की; कोर निर्यात को अब तक के उच्चतम ₹2,532 करोड़ तक ले गए ।
2. राज्यपाल के रूप में कार्यकाल
झारखंड राज्यपाल — फरवरी 2023 में नियुक्त, और जुलाई 2024 तक रिटेन किए गए ।
तेलंगाना राज्यपाल (कार्यभार संभाला) और पुडुचेरी के उपराज्यपाल (अतिरिक्त प्रभारी) — मार्च–जुलाई 2024 तक अतिरिक्त जिम्मेदारियाँ संभालीं ।
महाराष्ट्र राज्यपाल — 31 जुलाई 2024 को पद ग्रहण किया ।
3. राजनीति और छवि
तमिलनाडु में उन्हें ‘Coimbatore का Vajpayee’ और ‘Ajatshatru’ (विरामहीन, यथार्थवादी) के नाम से जाना जाता है। उन्होंने संगठन की सबलता के लिए बेचैनी छोड़ने के बजाय एक सम्मानजनक गवर्नर पद की जिम्मेदारी ली ।
गृह राज्य (तमिलनाडु) में जाति या राजनैतिक रंग-बिरंगे माहौल से ऊपर एक लोकप्रिय नेता के रूप में प्रतिष्ठित हैं।
टेक्सटाइल व्यवसाय में भी उनका अनुभव रहा—उन्होंने तिरुपुर से त्रिपुर, बांग्लादेश जैसी जगहों में कपड़ा निर्यात का मार्ग प्रशस्त किया ।
खेलों से जुड़े भी हैं: कॉलेज में टेबल टेनिस चैम्पियन और लॉन्ग-डिस्टेंस रनर भी रहे ।
4. भाषा और संवाद
महाराष्ट्र में हिंदी को तीसरी भाषा बनाने के प्रयास के दौरान राज्यपाल रहते हुए, उन्होंने माना कि देशव्यापी लोगों की समस्याओं को समझने के लिए हिंदी सीखना जरूरी था, और उसे स्कूल में न सीखने का खेद भी व्यक्त किया ।