राजधानी दिल्ली में अगर आप जा रहे हैं तो सड़कों पर आपको जगह-जगह लंगूरों के कटआउट लगे हुए मिल जाएंगे। यह कटआउट बिल्कुल ऐसे ही लगाए जा रहे हैं जैसे सचमुच लंगूर उसी जगह पर विराजमान हो। लेकिन यह असली लंगूर नहीं है बल्कि उनके कटआउट है। अब आपके जेहन में जरूर सवाल आ रहा होगा कि आखिर राजधानी दिल्ली की सड़कों पर लंगूरों के कटआउट क्यों लगाए गए हैं और इनका उद्देश्य क्या है। आइए जानते हैं आखिरकार राजधानी में लंगूरों का सहारा क्यों लिया जा रहा है। बता दे कि अगले महीने 9 और 10 सितंबर को G20 शिखर समिट होने जा रही है। इस समिट में दुनिया के तमाम देशों से राष्ट्राध्यक्ष और वीआईपी हस्ती जुटेंगी।
खास बात यह है कि बंदरों का आतंक सबसे ज्यादा लुटियन दिल्ली इलाके में ही है। इनमें से वहां पर इनकी गेदरिंग ज्यादा है, जहां पर विदेशी मेहमान आकर सबसे ज्यादा ठहरेंगे। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरदार पटेल रोड स्थित दिल्ली भू विज्ञान केंद्र के पास दो कटआउट लगाए गए हैं। मंगलवार 29 अगस्त को कर्मचारियों ने लंगूरों के सैकड़ों कटआउट लगा दिए हैं। वहां से आने-जाने वाले लोगों को यह नया अनूठा तरीका खूब पसंद आ रहा है। कई लोगों ने तो इन कटआउट के साथ सेल्फी भी ली।
बता दें कि कई बार ये उत्पात मचाते हैं और लोगों पर हमला कर उन्हें काट भी लेते हैं। इसके मद्देनजर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) और दिल्ली सरकार (Delhi Govt) के वन विभाग ने इस दिशा में कदम उठाये हैं, ताकि बंदरों को 9-10 सितंबर को जी-20 सम्मेलन के आयोजन स्थलों से दूर रखा जाए। इससे निपटने के लिए एनडीएमसी, एमसीडी और अन्य एजेंसियों ने लंगूर का कटआउट हर चौक-चौराहों पर लगाने का फैसला लिया है। इसके साथ ही लंगूर के कटआउट की सुरक्षा में दो गार्ड भी तैनात किए जाएंगे। बंदरों की बेरोकटोक आवाजाही की वजह से विदेशी मेहमानों को परेशानी न हों। न ही बंदर उनकी मूवमेंट में बाधा उत्पन्न कर सके। लंगूर के जो कटआउट लगाए हैं, वहां पर दो सुरक्षा गार्ड भी तैनात होंगे।
दो में से एक लंगूर की तरह आवाज निकालने में माहिर होगा, जबकि दूसरा कटआउट की रखवाली करेगा। उन होटलों में भी एक-एक लंगूर का कटआउट रखा जाएगा, जहां विदेशी मेहमान रुकेंगे। दिल्ली में G20 नेताओं की शिखर बैठक 9 और 10 सितंबर को होने वाली है।
इसे ध्यान में रखकर बड़ी संख्या में प्रमुख सड़कों और शहर के अन्य क्षेत्रों की साफ सफाई की गई है। साथ ही प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में होने वाले प्रमुख कार्यक्रम की तैयारियों के तहत उनका सौंदर्यीकरण किया गया है।