उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 24 मई से शुरू हुआ था और आज समापन हो गया। इस दौरान योगी सरकार ने बजट पेश किया। लेकिन पूरे बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच सदन में कई बार ऐसे मौके आए जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों की हंसी नहीं थमी। इस मौके पर सीएम योगी और अखिलेश भिड़ते भी नजर आए लेकिन आज आखिरी दिन दोनों नेताओं की कई मामलों में हंसी मजाक भी देखने को मिली। अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच मनमुटाव कुछ ज्यादा ही बढ़ गया। मंगलवार विधानसभा सदन में आज सीएम योगी और अखिलेश के बीच सवाल और जवाब होते रहे। अखिलेश यादव के सवालों का जवाब देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष एक तरफ किसान की बात कर रहे थे और दूसरी तरफ उनको गोबर में बदबू आ रही थी। नेता प्रतिपक्ष पूजा नहीं करते हैं। अपने चचा शिवपाल जी से ही कुछ सीखा होता। पूजा कैसे होती है और पूजा में आप देखते होंगे कि हर जगह मूर्ति नहीं गाय के गोबर का गोवर्धन भी बनता है। मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा कि भारत का कृषि प्रधान व्यवस्था बगैर गाय के गोबर के नहीं हो सकती है। गाय का गोबर पवित्र माना जाता है। नेचुरल फार्मिंग बगैर गौ-माता के संभव नहीं है। लेकिन आपको गाय के गोबर में बदबू आती है। आप पूजा किए होते और गाय के गोबर को लक्ष्मी की तरह पूजे होते तो आज तो गोबर से अगरबत्ती भी बन रही है। आप पूजा करते तो जरूर जलाना चाहिए। आपने गौ को गोमाता कहा- इसके लिए धन्यवाद दूंगा। इधर अखिलेश यादव ने कहा कि गोबर को उतना नहीं समझा जितना नेता सदन से सीखा। अब इसपर रिसर्च करूंगा। फिर हंसते हुए बोले- रिसर्च की क्या जरूरत है। उसकी कॉपी भाजपा से ले लूंगा। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा अध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा था मुझे राहुल गांधी और अखिलेश यादव दोनों एक जैसे ही लगते हैं। यह बात सीएम योगी ने पिछले दिनों अखिलेश यादव के विधानसभा सदन में स्कूल का दौरे का किस्सा सुनाया था। जिसमें अखिलेश ने कहा था मैंने स्कूल में बच्चे से पूछा बताओ मैं कौन हूं तो उस बालक ने मुझे राहुल गांधी बताया था। इसी को लेकर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तंज कसते हुए राहुल और अखिलेश दोनों को एक जैसा कहा ।