आज (28 सितंबर) गणेश उत्सव का आखिरी दिन यानी अनंत चतुर्दशी है। 10 दिन तक गणपति बप्पा अपने भक्तों के बीच रहने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन विदाई लेते हैं। भाद्रपद शुक्ल की गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ गणेश उत्सव अनंत चतुर्दशी को गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होता है। मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में विसर्जन की जोरदार तैयारी की गई है। मुंबई में समंदर किनारे 73 जगहों पर लोग गणपति का विसर्जन कर सकेंगे। घर से लाए गए बप्पा के लिए 162 कृत्रिम झीलों का भी निर्माण किया गया है। मुंबई में लालबाग राजा की विदाई के दौरान लाखों भक्तों की भीड़ लगी हुई है। मुंबई सहित महाराष्ट्र में गणपति उत्सव की खास धूम रहती है और आज गणेश मूर्तियों के विसर्जन के लिए बड़ी संख्या में भक्त सड़कों पर उतरे हैं।
मान्यताओं के अनुसार विदाई के साथ ही गणपति अपने साथ भक्तों के तमाम विघ्न भी लेकर चले जाते हैं। जिस तरह से गणपति का आगमन धूमधाम से किया जाता है, उसी तरह से उनके विसर्जन को भी नियमपूर्वक किया जाना चाहिए। बप्पा की विदाई को देखते हुए मुंबई में हजारों की संख्या में पुलिस बल तनाव किया गया है।
पूजा-पाठ के बाद गणेश जी की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। इसके लिए दिनभर में दो शुभ मुहूर्त हैं। भगवान गणपति की विदाई का पहला मुहूर्त दोपहर 12 से 3 बजे तक रहेगा। शाम 4.30 से 6 बजे तक आखिरी मुहूर्त होगा। विसर्जन दोपहर में करेंगे तो अच्छा रहेगा, क्योंकि गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए मध्याह्न काल यानी दोपहर का समय सबसे अच्छा रहता है। अगर दिनभर में किसी कारण प्रतिमा विसर्जन ना कर पाएं तो सूर्यास्त के बाद ना करें, अगले दिन सुबह किसी शुभ चौघड़िए में करें।