राष्ट्रपति भवन में मंगलवार शाम आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह-II में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म पुरस्कार 2025 प्रदान किए । देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों – पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण में प्रदान किए जाते हैं। ये पुरस्कार कई विषयों जैसे कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा और साहित्य आदि में दिए जाते हैं। जिसमें भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर, नृत्यांगना शोभना चंद्रकुमार, अभिनेता अनंत नाग और प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की कुलपति सोनिया नित्यानंद समेत 68 प्रतिष्ठित हस्तियों को मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया।पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं – पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री. इस समारोह में 3 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री प्रदान किए गए. इनमें से 13 पुरस्कार मरणोपरांत दिए गए, जो उन महान आत्माओं को समर्पित थे जिन्होंने अपने क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी। सबसे भावुक पल था भोजपुरी लोकगायिका डॉ. शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाना। उनके संगीत ने देश के हर कोने को छुआ है। इनके अलावा, वायलिन वादक डॉ. एल. सुब्रमण्यम, शास्त्रीय नृत्यांगना कुमुदिनी लाखिया और पूर्व चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर भी इस उच्च सम्मान से नवाजे गए।
पद्म पुरस्कार में हर क्षेत्र से चमके नाम
पद्म भूषण पाने वालों में राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़ीं साध्वी ऋतंभरा, तेलुगु सिनेमा के अभिनेता-नेता नंदमुरी बालकृष्ण, और लेखक-पत्रकार ए. सूर्य प्रकाश शामिल हैं। मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान पंकज उधास, पूर्व लोकसभा स्पीकर मनोहर जोशी और अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय को दिया गया। वहीं पद्म श्री श्रेणी में सबसे ज्यादा नाम थे – कुल 57। इसमें अरिजीत सिंह, क्रिकेटर आर. अश्विन, लेखिका प्रतिभा सत्पथी, पूर्व SBI चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य और संगीतकार तेजेंद्र नारायण मजूमदार जैसे कई चर्चित नाम शामिल हैं।
इस साल के पुरस्कारों में खास बात यह भी रही कि 23 महिलाएं सम्मानित हुईं, जो महिला सशक्तिकरण की बड़ी मिसाल है। इसके अलावा 10 विदेशी नागरिकों और एनआरआई/ओसीआई को भी इन पुरस्कारों से नवाजा गया। इससे साफ होता है कि भारत न केवल देश के भीतर, बल्कि दुनिया भर में फैले भारतीयों के योगदान को भी सराहता है। समारोह ने “राष्ट्र प्रथम, जनता प्रथम” की भावना को सच्चे अर्थों में जीवंत कर दिया। यह पुरस्कार उन गुमनाम नायकों को सामने लाता है, जो बिना किसी प्रचार के समाज को बेहतर बनाने में लगे रहते हैं।
68 प्रतिष्ठित हस्तियों को राष्ट्रपति मुर्मू ने पद्म पुरस्कार से किया सम्मानित, देखें पूरी लिस्ट
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