उत्तराखंड में चारों धामों के कपाट बंद होने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी महीने बाबा केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट बंद हो जाएंगे। बाबा बद्रीनाथ धाम के कपाट अगले महीने 19 नवंबर को बंद होंगे। लेकिन 25 अक्टूबर को चारों धाम के कपाट बंद रहेंगे। इसकी वजह है इस दिन साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण की वजह से सूतक काल में चारों धाम मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। जिसकी वजह से श्रद्धालु इस दिन दर्शन नहीं कर पाएंगे। सूर्य ग्रहण से एक दिन पहले 24 अक्टूबर दिवाली मनाई जाएगी। दिवाली के दिन सूर्य ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा। इस बार सूर्य ग्रहण को लेकर गोवर्धन पूजा की तारीख में भी बदलाव हुआ है। ऐसे में उत्तराखंड में सूतक काल के दौरान चारों धामों के कपाट बंद रहेंगे। बता दें कि उत्तराखंड में सुबह 4.26 मिनट से लेकर शाम 5.32 मिनट तक ग्रहण काल में चार धाम मंदिर के कपाट बंद रखे जाएंगे। यह जानकारी उत्तराखंड के पयर्टन मंत्री सतपाल महाराज ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर शेयर की है। ग्रहण काल के दौरान गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाद बंद रखे जाएंगे। बता दें कि उत्तराखंड में चारों धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने का एलान कर दिया गया है। चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर शनिवार शाम 3 बजकर 35 मिनट के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि, गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर को 12:01 मिनट पर अनकूट के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। भैया दूज के अवसर रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ और उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धामी के कपाट बंद किए दिए जाएंगे। भैया दूज के पावन पर्व पर आने वाली 27 अक्टूबर को विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ छह माह तक शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।