गुजरात के बाद 3 दिन पहले शुक्रवार शाम को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय राजस्थान में प्रवेश कर गया था। तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा यह महातूफान राजस्थान में इतनी बड़ी तबाही मचाएगा और जनजीवन भी अस्त-व्यस्त कर देगा। सोमवार आज राजस्थान के अधिकांश जिले बारिश में लबालब है। राजस्थान में तूफानी बारिश से कई जिलों में सैलाब का संकट पैदा हो गया है। साइक्लोन बिपरजॉय के असर से हुई भीषण बारिश से कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। अजमेर से लेकर पाली तक के इलाके बारिश के पानी में डूब गए हैं। इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने अभी बारिश से राहत नहीं मिलने की संभावना व्यक्त की है। जालोर के रानीवाड़ा के सुरावा का बांध टूटने से सांचौर शहर मे पानी घुस आया है। दुकानों में 5 से 6 फीट तक पानी भर गया। वहीं, अजमेर के अस्पतालों में लबालब पानी भरा दिख रहा है। पाली, जोधपुर, सिरोही में बारिश की वजह से बड़ी बर्बादी हुई है। यहां के कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। राजस्थान में भारी बारिश में चार लोगों की मौत भी हो गई है। बिपरजॉय तूफान के कारण राजस्थान में भारी बारिश का दौर जारी है। जयपुर मौसम केंद्र ने सोमवार को सवाई माधोपुर, बूंदी जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की आशंका जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं कोटा, करौली, बारां, भीलवाड़ा और टोंक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।पिछले 24 घंटों में राज्य के कई जिलों में बारिश हुई। कई स्थानों पर 300 मिमी यानी 12 इंच तक बारिश रिकॉर्ड की गई। पाली, जालोर, बाड़मेर और सिरोही में तो बाढ़ जैसे हालात हैं। अब तक राज्य में बाढ़ और बारिश से 7 लोगों की मौत हो गई है।
मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक, 19 और 20 जून को बिपरजॉय का असर भरतपुर, कोटा संभाग में रहेगा। चक्रवात और कमजोर होकर डिप्रेशन से लो प्रेशर एरिया में कन्वर्ट होगा। चक्रवात अभी 10 किमी प्रति घंटा की स्पीड से नॉर्थ-ईस्ट दिशा की तरफ बढ़ रहा है।चक्रवात की वजह से सबसे ज्यादा बारिश जालोर में हुई। यहां 36 घंटे के दौरान (17 जून सुबह 8:30 बजे से 18 जून शाम 8:30 बजे तक) 456 मिमी यानी 18 इंच पानी गिरा। इसी तरह आहोर (जालोर) में 471, भीनमाल 217, रानीवाड़ा 322, चितलवाना 338, सांचौर 296, जसवंतपुरा 332, बागोडा में 310 और सायला में 411 मिमी बरसात रिकॉर्ड हुई। इस कारण जालोर में हालात बेकाबू हो गए। हजारों लोगों को NDRF-SDRF की मदद से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के पूर्व-उत्तर-पूर्व राजस्थान की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान दबाव की तीव्रता के बनाए रखने की संभावना है। इससे पहले रविवार को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से राजस्थान के बाड़मेर जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई।कई जगहों पर भीषण जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति देखी गई। अस्पतालों में भी पानी का जमाव देखा गया।साइक्लोन बिपरजॉय के असर से हुई भीषण बारिश में अजमेर से लेकर पाली तक के इलाके पानी में डूब गए हैं। राजस्थान के अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में पानी भरने की वजह से डॉक्टर मरीज और कर्मचारी परेशान रहे।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने शनिवार को कहा कि चक्रवात बिपरजॉय एक गहरे अवसाद में कमजोर हो गया है और पूर्व-उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि, चक्रवात बिपरजॉय 16 जून को दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान से सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और धोलावीरा से लगभग 100 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में कच्छ के ऊपर एक ‘डीप डिप्रेशन’ में कमजोर हो गया और गुजरात में लैंडफॉल के बाद राजस्थान में चला गया।
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को पाली के ऐरण पुरा रोड में 226 मिमी, सिरोही में 155 मिमी, जालौर में 123 मिमी और जोधपुर शहर में 91 मिमी बारिश दर्ज की गई। राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) के कमांडेंट राजकुमार गुप्ता के मुताबिक, जालोर के भीनमाल कस्बे की बाढ़ प्रभावित ओड बस्ती में फंसे 39 नागरिकों को बचाया गया। वहीं, बाड़मेर जिले के धौरीमन्ना शहर के निचले इलाकों में जल-जमाव के कारण घरों में फंसे 20 लोगों को भी रेस्कयू कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
बाड़मेर और राजसमंद जिलों में बारिश से जुड़ी दो अलग-अलग घटनाओं में एक महिला समेत चार लोगों की मौत की भी खबरें हैं। बाड़मेर के सेवड़ा थानाध्यक्ष हंसाराम के मुताबिक गंगासरा गांव में रविवार की सुबह दो नाबालिग भाइयों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। शवों को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं, राजसमंद पुलिस कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक राजसमंद के बघोटा गांव में प्रेमसिंह राजपूत (45) की जमीन खिसकने और केलवा थाना क्षेत्र की लाली बाई (48) की घर की बालकनी गिरने से मौत हो गई।