(corona is not over health minister High level meeting experts wearing mask and keep distance) : देशवासी काफी समय से कोरोना महामारी को लगभग भुला चुके थे। देश एक बार फिर से रफ्तार के साथ दौड़ रहा था और लोग अपने अपने कामों में व्यस्त हो गए। दो-तीन दिनों पहले तक किसी ने सोचा नहीं होगा कि एक बार फिर से इतिहास दोहराया जाएगा। साल 2019 में भी कोरोना वायरस की शुरुआत चीन वुहान से हुई थी। चीन से निकला यह खतरनाक वायरस दुनिया के तमाम देशों में फैल गया था। भारत में भी कोरोना की कई लहरें आईं। पहली और दूसरी लहर में देश में सबसे ज्यादा तबाही और मौतें हुई। भारत में सड़कों और अस्पतालों में हजारों लोगों ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया। इस भयावह त्रासदी को लोग धीरे-धीरे भुला रहे थे। लेकिन लिया महामारी लोगों को सुकून से जीने नहीं देगी। चीन ने एक बार फिर से दुनिया में दहशत मचा दी है। हालांकि चीन भी इस समय इस कोरोना के इस नए वायरस की चपेट में है। हजारों लोग अस्पतालों में हर रोज दम तोड़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो बहुत ही खराब संदेश दे रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक चीन में अभी यह वायरस और भी तबाही मचाएगा। चीन के साथ अमेरिका, जापान ब्राजील और दक्षिण कोरिया में भी कोरोना तेजी के साथ फैल रहा है। चीन से आई भयानक तस्वीरों के बाद केंद्र सरकार पूरी तरह से एक्शन के साथ अलर्ट मोड़ पर आ गई है। हालांकि अभी भारत में स्थित पूरी तरह से नियंत्रण में है। देश में कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर में दहशत भरे मंजर को देखते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार शाम से ही तैयारी शुरू कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी करके दिशा निर्देश दिए थे। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज बुधवार 21 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में हाईलेवल की मीटिंग की। इस मीटिंग में नीति आयोग सदस्य वीके पाल हेल्थ विभाग के आला अधिकारी समेत तमाम एक्सपर्ट मौजूद रहे। मीटिंग करीब 2 घंटे चली। इस मीटिंग में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी चेहरे पर मास्क लगाए हुए दिखाई दिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ मौजूद तमाम हेल्थ एक्सपर्ट भी अपनी अपनी कुर्सियों पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे। यह मीटिंग आने वाले दिनों में संकेत दे गई है कि केंद्र सरकार जल्द ही एक बार फिर से चेहरे पर मास्क पहनना अनिवार्य करने की तैयारी कर रही है।
हालांकि अभी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भारत में कोरोना महामारी को लेकर फिलहाल कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने देश को एक बार फिर से सावधान करने के लिए आगाह किया है। इस समय सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि 25 दिसंबर को क्रिसमस डे और नए साल के जश्न में लोगों की भीड़ बढ़ेगी। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि केंद्र सरकार जल्द ही एडवाइजरी जारी कर सकती है। इसके साथ चेहरे पर मास्क सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ने इसके संकेत दे दिए हैं।
बैठक के बाद उन्होंने कहा- कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ पर भारत हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। हमने सभी संबंधित लोगों को अलर्ट रहने और निगरानी बढ़ाने को कहा है। मीटिंग के बाद नीति आयोग में डॉ वीके पॉल ने लोगों से भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सिफारिश की है। ये गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों के लिए बेहद जरूरी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके। इस बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल, कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. एन.के. अरोड़ा, आईसीएमआर के डीजी डॉ. राजीव बहल, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के DGHS डॉ. अतुल गोयल शामिल हुए। केंद्र ने राज्यों को वैरिएंट को ट्रैक करने के लिए COVID पॉजिटिव सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग करने का निर्देश दिया।