जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल ने आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत द्वारा लगातार यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने की अपील की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी सुरक्षा, रक्षा, अर्थव्यवस्था, व्यापार और कुशल श्रमिक गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में लगातार मजबूत हो रही है।
इस बीच वेडफुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बेहतरीन बातचीत हुई। हमारे देशों ने रणनीतिक साझेदारी को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाने के अच्छे कदम उठाए हैं। हम भारत की यूक्रेन संघर्ष विराम की अपील की सराहना करते हैं।” इससे पहले वेडफुल ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने डिजिटल टेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर्स, टैलेंट मोबिलिटी और क्रिटिकल टेक्नोलॉजीज में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। जयशंकर ने भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) संबंधों को आगे बढ़ाने में जर्मनी के मजबूत समर्थन और मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को पूरा करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
बैठक में यूक्रेन संघर्ष, पश्चिम एशिया की स्थिति और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के हालात पर भी विचार-विमर्श हुआ। बीते मंगलवार को बेंगलुरु पहुंचने के बाद वेडफुल ने भारत को जर्मनी का “महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार” बताया और बेंगलुरु को “आर्थिक शक्ति का इंजन” करार दिया। उन्होंने तकनीक और नवाचार में इसकी भूमिका की विशेष सराहना की। अपने बेंगलुरु दौरे के दौरान उन्होंने एसएपी कैंपस में नए एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन किया, मर्सिडीज-बेंज डिवेलपमेंट सेंटर का दौरा किया और इसरो तथा भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने भारत के हाई-टेक रिसर्च में बढ़ते निवेश और इंडो-जर्मन सहयोग की संभावनाओं को उजागर किया
उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय पेशेवरों और छात्रों की जर्मनी में रुचि लगातार बढ़ रही है। केवल बेंगलुरु में ही 2024 में 64,000 से अधिक वीज़ा आवेदन दाखिल किए गए थे।