एक बार फिर पूरी दुनिया ने कट्टरपंथियों का घिनौना चेहरा दिखा। इस बार इन दहशतगर्दों ने पूरी सीमा पार कर दी। लड़ाई का तरीका इतना खौफनाक था जिसे देखकर भारत समय दुनिया के तमाम देश दहल गए। आज रविवार है। यह दिन छुट्टी का माना जाता है। भरत समेत विश्व के कई देशों में संडे हॉलीडे के रूप में मनाया जाता है। अगर हम अपने देश की बात करें तो देशवासी आराम के मूड में रहते हैं। लेकिन भारत के दोस्त इजरायल पर कट्टरपंथियों ने धोखे से हमला किया है। इसके बाद इजराइल के लोग डिस्टर्ब हो गए हैं। सबसे खास बात यह है कि इजराइल इस हमले के लिए तैयार नहीं था। वजह थी कि इजराइल अभी घरेलू मोर्चे पर व्यस्त था। ज्यूडिशियल सिस्टम की शक्तियां कम करने का कदम उठाने से जनता विरोध में थी। यहूदियों के पवित्र त्योहार सिमचैट टोरा के आखिरी दिन था, लोग जश्न में थे। इसी का हमास आतंकियों ने पूरा फायदा उठाया। हालांकि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। इस समय इजराइल और फिलीस्तीन के हमास आतंकियों के बीच भीषण जारी है। हालात जो दिखाई दे रहे हैं उसे अनुमान है कि यह लड़ाई लंबी है और काफी दिनों तक चलेगी। हमास ने अपने इस हमले को ‘अल-अक्सा फ्लड ऑपरेशन’ नाम दिया है। हमास के हमले के बाद इजरायल ने ‘युद्ध’ की घोषणा कर दी।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा करते हुए कहा कि उनका देश अपने दुश्मन से “अभूतपूर्व कीमत” वसूलेगा। इजरायल और फलस्तीनी आतंकी समूह हमास के बीच घातक जंग छिड़ गई है। दोनों देश एक दूसरे पर मिसाइल से हमले कर रहे हैं। दर्जनों इजरायली बंधक बना दिए गए हैं और क्षेत्रीय तनाव बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है। चारों तरफ तबाही का मंजर है। जंग के बीच शनिवार रात को इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा- ये जंग लंबी चल सकती है। हम अपनी डिफेंस फोर्स की पूरी ताकत का इस्तेमाल करके हमास को तबाह कर देंगे। गाजा में रह रहे लोगों को बाहर निकल जाना चाहिए। उन्होंने कहा- शनिवार को जो हुआ वो इजराइल ने आज तक कभी नहीं देखा था और हम दोबारा ऐसा कभी होने नहीं देंगे। हमास हम सबकी हत्या करना चाहता है। वो मांओं और बच्चों को उनके घरों में मार रहा है। वो एक ऐसा दुश्मन है जो बुजुर्गों, बच्चों और लड़कियों को निशाना बनाता है। वो छुट्टियों का आनंद ले रहे बच्चों और आम नागरिकों का नरसंहार कर रहे हैं।
इजराइल और फिलीस्तीन की दुश्मनी वर्षों पुरानी है। जैसे भारत के लिए पाकिस्तान पिछले 75 वर्षों से सिरदर्द बना हुआ है वैसे ही अपने पड़ोसी फिलिस्तीन से इजरायल करीब 100 वर्षों से लड़ रहा है। इजराइल एक यहूदी देश है। चारों तरफ से यह देश मुस्लिम देशों से घिरा हुआ है। इसके बावजूद इजराइल के लोग दहशतगर्दों से डटकर मुकाबला करते रहे हैं। एक दिन पहले तारीख थी, 7 अक्टूबर, दिन शनिवार। सुबह के करीब 6:30 बजे थे इस दौरान फिलिस्तीन के गाजा पट्टी में हमास आतंकी संगठनों ने दक्षिणी इजराइल पर अचानक बड़ा हमला कर दिया। इस हमास आतंकी संगठनों ने इसका भरपूर फायदा उठाया और इजराइल के नागरिकों और सुरक्षा बलों को संभालने का मौका नहीं दिया। हालांकि इसराइल अपने दुश्मनों से हमेशा अलर्ट रहा है। लेकिन इस बार इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को भनक नहीं लगी। आतंकी संगठन हमास ने पूरी प्लानिंग के साथ इजरायल को निशाना बनाया, जिसकी तैयारी वो काफी वक्त से कर रहा था। हमले को इजरायली खुफिया एजेंसी की बड़ी चूक बताया जा रहा है। कारण, दुनिया की सबसे तेजतर्रार एजेंसियों मोसाद और शिन बेट के होते हुए भी हमास द्वारा हमले की प्लानिंग का पता नहीं लग सका। वहीं यह सब तब हुआ है जब इजरायल के पास दुनिया की सबसे मजबूत सेनाओं में से एक है।
(बता दें कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी माना जाता है। मोसाद के बारे में यह कहा जाता है कि उसकी डिक्शनरी में असंभव कोई शब्द नहीं। मोसाद के ऑपरेशन्स को जानकर कोई भी दांतों तले अंगुली दबा देगा जब, इजरायल ने अपने दुश्मनों को ठिकाने लगाया।)
हमास के आतंकियों ने इजराइल में जमकर तांडव मचाया हजारों की संख्या में लॉन्चरों और रॉकेटों से सैकड़ों हमले किए । जिसके बाद इजरायल के सैनिकों में हड़कंप मच गया और कहीं नागरिकों की मौत भी हो गई। हमास के लड़ाकों ने कई इजरायली महिलाओं को बंधक बना लिया सड़कों पर नग्न अवस्था में घुमाया, वहीं इजरायल के सैनिकों को बंधक बना कर ले गए। उसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्शन लिया और जंग का एलान कर दिया। करीब 30 घंटे से इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है।
इजरायली आर्मी के प्रवक्ता रिचर्ड हेचट ने बताया कि देश की 22 जगह पर अब भी लड़ाई चल रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 230 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हुई है, जबकि 1700 से ज्यादा लोग घायल हैं । वहीं, 7 अक्टूबर को हमास की तरफ से दागे गए 5 हजार रॉकेट से अब तक 300 इजराइलियों की मौत हुई है और 1,500 से ज्यादा घायल हैं। हमास के हमलों के जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी में उनके 17 मिलिट्री कंपाउंड और 4 मिलिट्री हेडक्वार्टर्स पर हमले का दावा किया है। इजराइल में बिगड़ते हालात के बीच इंडियन एम्बेसी ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्हें सतर्क और सुरक्षित रहने को कहा है। साथ ही इजराइल से भारत आने और जाने वाली फ्लाइट्स को रोक दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मुश्किल घड़ी में भारत इजराइल के लोगों के साथ है।वहीं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को युद्ध बताया है। उन्होंने कहा कि हमास आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया है। हम युद्ध के लिए तैयार हैं और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। बता दें कि हमास आतंकियों के इस हमले को लेकर भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है।
इजरायल में हमास आतंकवादी समूह द्वारा किए गए आतंकवादी हमले में नेपाल के 9 नागरिक घायल हो गए है। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने ट्वीट किया, मैं आज सुबह इजरायल में हुए आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं। बताया गया है कि 9 नेपाली घायल हो गए हैं। इस महत्वपूर्ण घड़ी में, मैं घायल नेपालियों और अन्य निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने इजरायल में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। इस बीच भारत के रुख पर इजरायल महावाणिज्य दूत कोब्बी शोशानी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं उन हजारों संदेशों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जो मुझे भारत के लोगों से सुबह से मिल रहे हैं। आज का दिन इजरायल के लोगों के लिए दुखद भरा है। पीएम मोदी का समर्थन करना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इजरायल इन हमलों को करारा जवाब देगा। शनिवार को आतंकी संगठन हमास की तरफ से इजरायल के कई ठिकानों पर किए गए आतंकी हमले के बाद भारत अपने रणनीतिक साझेदार इजरायल के हालात पर पैनी नजर रख रहा है। विदेश मंत्रालय और वित्त मंत्रालय बेहद सतर्क हैं। इजरायल में इस समय 18 हजार भारतीयों के होने की सूचना है। इसमें 900 के करीब छात्र हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हमास के इजरायल पर हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि मासूम लोगों पर आतंकवादी संगठन हमास द्वारा हमला किया जा रहा है, इस क्षण में अमेरिका इजराइल के साथ खड़ा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हमास के इजरायल पर हमले की निंदा की है। सुनक ने कहा कि हम स्पष्ट रूप से इजराइल के साथ खड़े हैं और हमास द्वारा किया गया यह हमला कायरतापूर्ण कार्य है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने हमास हमले की निंदा की है। जेलेंस्की ने कहा कि इजराइल के पास आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है।
इजराइल में हमास के हमले के बाद सबसे पहले सऊदी अरब की प्रतिक्रिया सामने आई। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि वे फिलिस्तीनी गुटों और इजरायली कब्जे वाले इलाके की वजह से हो रही हिंसा के अलग-अलग मोर्चों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। सऊदी अरब ने कहा, “हम इजराइल को लगातार कब्जे, फिलिस्तीनियों के उनके ‘वैध’ अधिकारों से वंचित करने को देखते हुए हालिया स्थिति को लेकर चेतावनी देते रहे हैं।
तुर्किए के विदेश मंत्री हकन फिदन ने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के बीच कई मुस्लिम देशों से चर्चा की। विदेश मंत्री ने कहा कि वह इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष को कम करने को कोशिश करेंगे।
ईरान और इजराइल के संबंध अब तक कभी अपने अच्छे दौर में नहीं रहे हैं। आईएएनएस न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली खामेनेई के सलाहकार रहीम सफवी ने हमास के हमले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, “हम फिलिस्तीनी लड़ाकों को बधाई देते हैं। येरूशलम और फिलिस्तीन की आजादी तक हम फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ हैं।
संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय ने इजराइल फिलिस्तीन के बीच हिंसक तनाव को रोकने की अपील की है। संयुक्त अरब अमीरात ने कहा, हम हिंसा के गंभीर परिणामों से बचने के लिए संयम बरतने की अपील करते हैं और तत्काल युद्ध विराम की अपील करते हैं।
पाकिस्तान ने भी इजरायल फिलिस्तीन पर प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तानी कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने इजराइल-फिलिस्तीन में बढ़ती हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने ‘फिलिस्तीन के सवाल’ को लेकर भी जोर दिया और इसकी जरूरत को रेखांकित किया है।
उन्होंने कहा, “हम संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा की गुजारिश करते हैं। मध्य पूर्व में स्थायी शांति एक व्यवहार्य, संप्रभु फिलिस्तीन राज्य के साथ दो राज्य समाधान में निहित है, जिसकी स्थापना 1967 से पहले की सीमाओं पर की गई थी, जिसके केंद्र में अल कुद्स अल-शरीफ थे।
अरब लीग के प्रमुख अहमद अबुल घेत ने गाजा में सैन्य अभियानों को तत्काल रोकने का आह्वान किया. कुवैत ने इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच हालिया घटनाक्रम पर अपनी “गंभीर चिंता” जाहिर की है। कुवैत ने हमलों के लिए इजरायल को दोषी ठहराया।
यमन की राजधानी सना पर नियंत्रण रखने वाले हूती विद्रोहियों ने कहा कि वे ‘वीर जिहादी अभियान’ का समर्थन करते हैं। उनका संदर्भ हमास की ओर से किए जाने वाले औचक हमलों से था।
एसएबीए समाचार एजेंसी की वेबसाइट पर छपे एक बयान में समूह ने कहा कि हमले ने इजरायल की “कमजोरी, नाजुकता और नपुंसकता को उजागर किया है। हूती विद्रोहियों ने हमास के ऑपरेशन को “गरिमा, गर्व और रक्षा की लड़ाई” कहा है।
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने संघर्ष पर गहरी चिंता जाहिर की है। इसके साथ ही मंत्रालय ने आह्लान किया है कि आने वाले समय में किसी भी तरह की हताहतों से परहेज किया जाना चाहिए। कतर ने इजरायल को हमले के लिए अकेले जिम्मेदार बताया है। हालांकि कतर ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील भी की है।
मोरक्को के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “मोरक्को साम्राज्य गाजा पट्टी में बिगड़ती स्थिति और सैन्य कार्रवाई पर गहरा शोक जाहिर करता है। मंत्रालय ने कहा, “हम नागरिकों के खिलाफ हमले की निंदा करते हैं, चाहे वह किसी पक्ष की ओर से किया गया हो।