धार्मिक दृष्टि से आज बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। आज देवउठनी एकादशी है। कार्तिक महीने का समय वैसे भी धार्मिक और शुभ माना जाता है, लेकिन देवउठनी एकादशी पर तो बात ही अलग होती है। कहते हैं कि इसी दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और इसके बाद हर तरह के शुभ काम शादी, सगाई, गृहप्रवेश, मुंडन वगैरह की शुरुआत फिर से हो जाती है। इस बार देवउठनी एकादशी 1 नवंबर शनिवार को है, और इसके साथ ही विवाह सीजन वापस लौट रहा है। उत्तराखंड में आज ईगास यानी बूढ़ी दीपावली भी मनाई जाएगी।
जो लोग कई दिनों से सही तारीख का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए अब अच्छी खबर है। नवंबर और दिसंबर में कई बढ़िया शुभ मुहूर्त पड़ने वाले हैं।
नवंबर में सबसे ज्यादा शुभ मुहूर्त
द्रिक पंचांग के हिसाब से नवंबर महीने में शुभ कामों के लिए कुल 14 मुहूर्त हैं। इनमें से शादी के लिए सबसे अच्छा समय शुरू होगा देवउठनी के बाद। इनमें नवंबर महीने के 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 30 तारीख मंगल कार्य के लिए शुभ हैं। शेष तीन मुहूर्त दिसंबर माह में हैं।
एनडीटीवी ने भी काशी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य विनय कुमार पांडेय के हवाले से विवाह के शुभ मुहूर्त की तारीखें बताई हैं। ज्योतिषविद् विनय कुमार पांडेय के अनुसार, नवंबर के प्रमुख विवाह मुहूर्त इस प्रकार हैं: 18 नवंबर, 22 नवंबर, 23 नवंबर, 24 नवंबर, 25 नवंबर, 29 नवंबर, 30 नवंबर। कई तारीखें दिन की हैं, कुछ रात के मुहूर्त में आती हैं। इसलिए पंडित जी से अपनी राशी-नक्षत्र देखकर टाइम पक्का करना बेहतर रहेगा ।
दिसंबर में सीमित मौके
दिसंबर महीने में शादी के लिए सिर्फ दो शुभ मुहूर्त हैं- 4 दिसंबर 2025 गुरुवार और 5 दिसंबर 2025 शुक्रवार। इसके बाद खरमास और शुक्र अस्त के चलते लगभग डेढ़ महीने तक शादी-विवाह पर रोक लग जाएगी। यानी दिसंबर के बाद कुछ समय तक बैंड-बाजा शांत रहेगा।
फिर कब से शुरू होंगे शुभ काम?
अगर किसी वजह से नवंबर-दिसंबर वाले मुहूर्त छूट जाएं, तो चिंतित होने की जरूरत नहीं। अगला शुभ समय फरवरी 2026 से फिर शुरू होगा।पं. पांडेय के अनुसार फरवरी 2026 में शादी के लिए यह खास तारीखें बेहद शुभ रहेंगी- 4, 5, 6, 7, 10, 11, 12, 13, 19, 20, 21, 24, 25, 26 फरवरी 2026।
बैंड-बाजा बारात के लिए समय आ गया है। अगर इस साल शादी या किसी शुभ काम की तैयारी है, तो इन तारीखों को नोट करके पहले से तैयारी कर लें। वरना फिर फरवरी तक इंतजार करना पड़ेगा।

